
डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय प्रशासन आवासीय परिसर स्थित संस्थानों में कई नए पाठ्यक्रम शुरू करने की तैयारी कर रहा है। सभी कौशल विकास पर आधारित रोजगार परक पाठ्यक्रम होंगे। विभिन्न विभागों को मिलाकर कुल 29 नए पाठ्यक्रमों को शुरू करने का प्रस्ताव दिया गया है।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अशोक मित्तल की ओर से विभागों से नए पाठ्यक्रमों के संचालन का प्रस्ताव लेने के लिए चार सदस्यीय कमेटी बनाई गई है। इसके समन्वयक प्रो. अजय तनेजा हैं। इसके अलावा कमेटी में प्रो. प्रदीप श्रीधर, प्रो. वीके सारस्वत और प्रो. संजय चौधरी को रखा गया है।
कमेटी ने विभिन्न विभागों से कुल 29 प्रस्ताव प्राप्त किए है। एक-दो दिन में सारे प्रस्ताव कुलपति के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। विभागों ने जिन पाठ्यक्रमों का प्रस्ताव दिया है। उसमें से अधिकतर एप्रुव्ड कोर्स हैं।
मानकों पर खरे कोर्स शुरू करने का होगा प्रयास
कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद पाठ्यक्रमों को देखा जाएगा। जो पाठ्यक्रम विश्वविद्यालय के मानकों पर खरे होंगे और एप्रूव्ड होंगे। उन्हें आगामी सत्र से ही शुरू करने का प्रयास किया जाएगा। किसी भी कोर्स को संचालित करने के लिए न्यूनतम छात्र संख्या का भी निधारण किया जाना है। – प्रो. अशोक मित्तल, कुलपति, विश्वविद्यालय
इन पाठ्यक्रमों को शुरू करने का दिया प्रस्ताव
दीनदयाल उपाध्याय ग्राम्य विकास संस्थान में बीवॉक रिटेल मैनेजमेंट, लोक प्रशासन, आपदा प्रबंधन और ग्रामीण विकास एवं प्रबंधन में एमए पाठ्यक्रम शुरू किए जाने हैं।
इंजीनियरिंग संस्थान में सर्वाधिक सात पाठ्यक्रमों को शुरू किए जाने का प्रस्ताव दिया गया है। इसमें बीवॉक इन प्रोडक्शन टेक्नोलॉजी, बीवॉक इन सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, बीवॉक इन रेफ्रिजरेशन एंड एयरकंडीशनर के साथ चार डिप्लोमा कोर्स हैं।
इसमें डोमेस्टिक डेटा एंट्री ऑपरेटर, सीसीटीवी इंस्टालेशन टेक्नीशियन, इंस्टालेशन टेक्नीशियन पेरीफेरल कंप्यूटर न्यूमेरिक कंट्रोल मशीन ऑपरेट शामिल है।
फार्मेसी विभाग की ओर से पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन हर्बल ड्रग्स, पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन फार्मास्युटिकल और डिप्लोमा इन फार्मेसी का प्रस्ताव दिया गया है।
कन्हैयालाल माणिकलाल मुंशी हिंदी एवं भाषा विज्ञान विद्यापीठ ने फ्रेंच भाषा में एमए के साथ पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन ट्रांसलेशन, बीए ऑनर्स इन हिंदी, बीए ऑनर्स इन लिंग्विस्टिक कोर्स चलाया जाना है।
दाऊदयाल वोकेशनल इंस्टीट्यूट में बीवॉक इन रिनुअल एनर्जी, बीवॉक इन मार्केटिंग, मैनेजमेंट एंड इन्फार्मेशन टेक्नोलॉजी, एडवांस्ड डिप्लोमा इन इलेक्ट्रानिक्स एंड एंस्ट्रूमेंटेशन, एमएससी इन अप्लाइड/एंस्ट्रूमेंटेशन, पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन कंप्यूटर मैनेजमेंट कोर्स संचालित करने का प्रस्ताव दिया है।
गृह विज्ञान संस्थान के साथ अन्य संस्थानों के विभागों ने भी प्रस्ताव दिए हैं।
नियमित रूप से कक्षाएं लगनी चाहिए
रोजगारपरक पाठ्यक्रमों को संचालित किया जाना समय की मांग है। इसके लिए विशेषज्ञ रखे जाने चाहिए। नियमित रूप से कक्षाएं लगनी चाहिए। – अनंत चौधरी, बीटेक के छात्र
नौकरियों के अभाव को देखते हुए युवाओं का कौशल विकास किया जाना जरूरी है। कौशल विकास वाले पाठ्यक्रम छात्र-छात्राओं के लिए उपयोगी साबित होंगे। – मुकुल यादव, बीटेक के छात्र
विवि के आवासीय संस्थानों में रोजगारपरक पाठ्यक्रमों को शुरू करने से यहां के छात्र-छात्राओं को लाभ मिलेगा। उन्हें दूसरी जगह नहीं जाना पड़ेगा। – मानसी वर्मा, एमएसडब्ल्यू अंतिम वर्ष की छात्रा विधिवत योजना बनाकर पाठ्यक्रम शुरू किए जाने चाहिए। इनका प्रचार-प्रसार किया जाना चाहिए। जिससे अधिक से अधिक विद्यार्थी प्रवेश लें। – दीप कुमार गर्ग, पीएचडी के छात्र
जीएसटी कोर्स
डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय प्रशासन ने जीएसटी का सर्टिफिकेट कोर्स शुरू किया था। महज दो बैच ही पढ़ाये गए। इसके बाद कोर्स बंद हो गया। यह कोर्स शुरू करने वाला डॉ. आंबेडकर विवि प्रदेश का पहला विश्वविद्यालय था। पहला बैच फुल था। योजनाबद्ध तरीके से संचालन न होने से कोर्स चल नहीं पाया।