
लॉकडाउन में पेठा कारोबारियों को बिक्री से ही नुकसान नहीं उठाना पड़ा है, बल्कि माल और संपत्ति को भी चोट पहुंची है। चूहों ने 10 फुट तक की सुरंगें बनाकर इमारतों की नींव कमजोर कर डाली है। लंबे समय तक नूरी दरवाजा में कारखानों में काम बंद होने के कारण ये दुश्वारियां सामने आ रही है।
व्यापारियों ने साफ सफाई के लिए कारखाने खोले तो चूहों ने यहां जमकर गदर काटा है। चूहे कारखानों में रखे तैयार और कच्चे माल को चट कर गए। नाले, नालियों, दीवारों से सुरंगें बनाकर रास्ता बनाया। लगभग सभी 250 कारखानों में ये स्थिति देखने को मिल रही है।
20 लाख का नुकसान
लॉकडाउन में चूहों के कारण संपति को भी नुकसान पहुंचा। 20 लाख रुपये का माल भी खराब हो गया। – राजेश अग्रवाल, अध्यक्ष शहीद भगत सिंह पेठा कुटीर एसोसिएशन
जहां रोजाना मिष्ठान का काम होता हो, वहां इतने लंबे समय तक कारोबार बंद रखने का कोई मतलब नहीं रहता। माल के अलावा बिक्री से भी नुकसान उठाना पड़ा। – राकेश मित्तल, पेठा कारोबारी।