
उत्तर प्रदेश में सुर्खियां बने अनामिका शुक्ला फर्जीवाड़ा प्रकरण के मास्टरमाइंड राज और उसके साथी अमरकांत के तलाश में कासगंज पुलिस की टीम ने मैनपुरी में डेरा डाल दिया है। मैनपुरी के अतिरिक्त फर्रुखाबाद और आसपास के जिलों में भी जालसाजों की गिरफ्तारी के लिए जाल बिछाया गया है। एसटीएफ भी जांच में जुटी हुई है। हालांकि अब तक जालसाज का कोई सुराग नहीं मिल पाया है।
फर्जी शिक्षिका मामले में जालसाज राज और अमरकांत ने ही फर्रुखाबाद निवासी सुप्रिया को अनामिका शुक्ला के नाम के शैक्षणिक अभिलेख उपलब्ध कराए थे। उनके आधार पर ही उसने कासगंज के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय फरीदपुर में शिक्षिका पद पर नौकरी पाई थी। गिरफ्तारी के बाद आरोपी शिक्षिका ने यह बात कबूली है। फर्रुखाबाद जिले में पुलिस टीम भी कई बिंदुओं पर जांच कर चुकी है।
कासगंज की सोरों पुलिस का फोकस मैनपुरी जिले में है, क्योंकि मास्टरमाइंड मैनपुरी का रहने वाला बताया गया है। पुलिस इस घटना के खुलासे में जुटी है। एसटीएफ की एक टीम कासगंज से जांच कर आगरा लौट गई, जबकि दूसरी मैनपुरी में है। हालांकि अभी तक जालसाजों की तलाश में सफलता तो नहीं मिली है, लेकिन पुलिस के मुताबिक कुछ अहम जानकारियां मिली हैं। दावा किया जा रहा है कि जालसाज जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में होंगे।
कासगंज के सीओ आरके तिवारी ने बताया कि पुलिस की टीम मैनपुरी में ही है। मैनपुरी पुलिस के सहयोग से जालसाज की तलाश की जा रही है। एसटीएफ के जांच अधिकारी मुनीश कुमार ने बताया कि एसटीएफ निगरानी कर रही है। शिक्षिका के परिजनों से भी पूछताछ की जा रही है।
अनामिका शुक्ला प्रकरण की जांच की जद में अब कासगंज जिले के सभी कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों का स्टाफ आ गया है। बीएसए ने वार्डन से लेकर चौकीदार तक सभी के शैक्षणिक सहित अन्य प्रमाणपत्र जमा करने के निर्देश दिए हैं। इनका सत्यापन कराया जाएगा।