
दुनिया पर मौत बरसा रही महामारी कोरोना का फिलहाल कोई इलाज नहीं है।अभी तक की गयी रिसर्च और कोशिशों के बाद भी कोरोना की कोई दवाई नहीं बन पा रही है।परन्तु अब एक ऐसी खबर सामने आ रही है जिसने सबको सोचने पर मजबूर कर दिया है। क्या आपको पता है ? दुनिया में कोरोना से भी भयंकर बीमारी फैलने जा रही है।

नासा ने ऐलान किया है कि वो मंगल ग्रह से कुछ सैम्पल्स पृथ्वी पर लाने वाला है। इस सैंपल में खतरनाक पैथागोंस हो सकते हैं।जिन से पृथ्वी पर खतरनाक महामारी फैलने के पूरे चांसेस हैं।इस इंटरव्यू में बताई जानकारी के बाद पुरे दुनिया में हड़कंप मच गया है।यूनिवर्सिटी ऑफ़ बकिंघम के डॉ बैरी डीग्रेगोरिओ ने नासा से रिक्वेस्ट की है कि वो मंगल के इस सैंपल की जांच चाँद पर ही कर ले जिससे पृथ्वी को संकट से बचाया जा सके चूँकि अगर पैथागोंस पृथ्वी पर आए, तो उस महामारी का असर रोक पाना नामुमकिन होगा।

उन्होंने कहा कि अगर सैंपल को पृथ्वी पर लाया गया तो चाहे जितनी भी सुरक्षा कर ली जाए, अगर गलती से उसका एक कण भी फैल गया तो वो वायरस इतनी तेजी से फैलेगा जिसे रोक पाना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन होगा।डॉ बैरी डीग्रेगोरिओ ने आगे कहा कि वो महामारी कोरोना को बौना साबित कर देगी। कोरोना तो उसके आगे कुछ भी नहीं है। मंगल ग्रह से जो तबाही नासा पृथ्वी पर आने वाली है वो इससे कई लाख गुना ज्यादा खतरनाक है।लेकिन अमेरिकी एजेंसी ने डॉ के इस सुझाव को दरकिनार कर दिया है। नासा ने साफ़ ऐलान किआ है कि मंगल का सैंपल पृथ्वी पर ही लाया जाएगा । नासा ने बताया कि उनके पास अपने सेफ्टी नॉर्म्स है और उसके तहत हर सावधानी बरती जाएगी।
नासा का कहना है कि वो उन सैंपल्स की जांच स्टेट ऑफ़ द आर्ट लैबोरेटरीज में लाकर करेंगे। जहां सभी तरह के इक्विपमेंट्स और सेफ्टी मेजर्स का पूरी तरह से पालन किया जाएगा।
2030 में इंसान को मार्स पर यानी मंगल ग्रह पर भेजा जाएगा। जहां से साइंटिस्ट सैंपल इक्कठा कर पृथ्वी पर ले आएंगे। डॉ बैरी डीग्रेगोरिओ की मानें तो उनका कहना है कि नासा लोगों से काफी कुछ छिपाता रहा है। उन्हें ऐसा लगता है कि मार्स पर जीवन का पता भी काफी पहले चल चुका है। लेकिन नासा ने इसका खुलासा अभी तक नहीं किया है।