
‘हिंदी चीनी भाई भाई’ का नारा लगाने वाले चीन ने पीठ में खंजर घोंपा है। लद्दाख के गलवां घाटी क्षेत्र में चीनी सैनिकों द्वारा की हिंसक कार्रवाई में भारत के एक कर्नल सहित बीस सैनिक शहीद हो गए। इस बात को लेकर शहर में सड़कों से लेकर सोशल मीडिया तक आक्रोश फैला है।
राष्ट्रीय हिंदू परिषद ने बुधवार को प्रतापपुरा चौराहा पर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का पुतला फूंककर विरोध प्रकट किया। चीन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई और उसे गद्दार बताया गया।
सैनिकों की शहादत पर कान्हा की नगरी में भी चीन के खिलाफ फूटा आक्रोश, जलाए गए राष्ट्रपति के पोस्टर
राष्ट्रीय हिंदू परिषद के पदाधिकारी गोविंद पराशर ने चेतावनी देते हुए कहा कि चाइना का सामान किसी भी ट्रांसपोर्ट पर नहीं उतरने दिया जाएगा । अगर माल उतरा तो उसे आग के हवाले कर दिया जाए। साथ ही यह भी मांग की कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन के सामान पर प्रतिबंध लगाएं।
चीनी वस्तुओं का बहिष्कार
एसोसिएशन ऑफ प्रोग्रेसिव स्कूल्स ऑफ आगरा के अध्यक्ष डॉ. सुशील गुप्ता ने कहा कि चीन की इस हरकत पर हर भारतीय के दिल में बहुत आक्रोश है। इस आक्रोश को हम चीनी वस्तुओं के बहिष्कार के द्वारा व्यक्त करेंगे ।
अपने उत्पादों को हमारे देश में बेचकर चीन अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाता है और उसी पैसे को हमारे देश हित को क्षति पहुंचाने में लगाता है। हम सभी को मिलकर चीन में बनी वस्तुओं का प्रयोग बंद करने का संकल्प लेना चाहिए ।
इस कार्रवाई में अपना जीवन बलिदान करने वाले प्रत्येक शहीद को हम शत शत नमन करते हैं और उनके परिवार के सदस्यों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं।