प्रधानाचार्य बोर्ड की वेबसाइट से डिजिटल हस्ताक्षर वाली मार्कशीट डाउनलोड कर सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए उसे बच्चों को बांटा जाएगा।बाद में हालात सामान्य होने पर अंकपत्र तथा सह प्रमाणपत्र छपवाकर पहले की तरह स्कूलों में बंटवाया जाएगा। दरअसल कोरोना के कारण अंकपत्र सह प्रमाणपत्र छपवाने में परेशानी आ रही है। हर साल रिजल्ट घोषित होने के 15 दिन के अंदर बच्चों को स्कूलों के माध्यम से मार्कशीट उपलब्ध कराई जाती है। लेकिन इस बार बोर्ड की समयसीमा के अंदर अंकपत्र सह प्रमाणपत्र छपवाने में कठिनाई आ रही है। अब तक स्कूलों के खुलने की भी कोई तारीख भी तय नहीं हो सकी है।