इस टेंडर के लिए 18 फरवरी को चार अंतरराष्ट्रीय कंपनियों ने टेंडर प्रक्रिया में हिस्सा लिया था। इसके बाद, विस्तृत तौर पर इन निविदाओं का तकनीकी रूप से आकलन किया गया, जिसके बाद बिड में शामिल चीनी कंपनी को अयोग्य घोषित कर दिया । फाइनेंशियल बिड के लिए 3 बिडर्स को चुना गया और सबसे कम बोली लगाने वाली कंपनी मैसर्स बॉम्बार्डियर इंडिया प्राइवेट लि. को शुक्रवार को कॉन्ट्रेक्ट सौंप दिया गया। आगरा और कानपुर मेट्रो परियोजनाओं को मिलने वाली अत्याधुनिक ट्रेनों की सप्लाई कंपनी के सावली स्थित प्लान्ट से होगी। केंद्र सरकार की ‘मेक इन इंडिया’ योजना को भी इससे ताकत मिलेगी।
छह जुलाई से कर सकेंगे ताजमहल का दीदार, क्या रहेंगे नियम