
आगरा के रहने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय सिंह चाहर का निधन हो गया है। वो कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे। 70 साल की उम्र में अजय सिंह ने मंगलवार को हरियाणा के गुरुग्राम स्थित अपने निवास पर अंतिम सांस ली। आगरा के समाजसेवी अरविंद चाहर ने इसकी जानकारी दी गई है।
अजय सिंह चाहर मूलरूप से किरावली तहसील के गांव जैंगारा के रहने वाले थे। उनका जन्म 15 अगस्त 1950 को हुआ था। उस समय उनके पिता कैप्टन भगवान सिंह बुलंदशहर के जिलाधिकारी थे। दिल्ली के सेंट स्टीफन कॉलेज से स्नातक और न्यूजीलैंड में स्नातकोत्तर की डिग्री की।
इसके बाद न्यूजीलैंड में ही टेलीविजन में पब्लिसिटी और प्रोमोशन अधिकारी रहे। फीजी में फीजी टाइम्स अखबार में वरिष्ठ उप सम्पादक के तौर पर कार्य किया। वो किसान ट्रस्ट के दिल्ली से प्रकाशित साप्ताहिक अखबार असली भारत में 1980 से 1992 तक संपादक रहे। इसके कई अन्य मीडिया संस्थानों में सेवाएं दीं।
पत्रकारिता से राजनीति में आए
अजय सिंह पत्रकारिता से राजनीति में आए थे। वो 1986 से 1989 तक उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य रहे। इसके बाद 1989 में आगरा लोकसभा क्षेत्र से चुनाव जीता और वीपी सिंह सरकार में उप रेलमंत्री बने। उन्होंने आगरा से मुंबई तक लश्कर एक्सप्रेस चलवाई थी। अछनेरा में कोच फैक्टरी मंजूर कराई, लेकिन सरकार गिर जाने के कारण लग नहीं पाई।
पूर्व केंद्रीय मंत्री के मित्र धर्मवीर सिंह चाहर ने बताया कि अजय सिंह ने आगरा में ताज महोत्सव की शुरुआत कराई थी। उनके पिता कैप्टन भगवान सिंह फिजी में राजदूत थे। वो भी 2005 से 2007 के दौरान फिजी में भारत के उच्चायुक्त रहे। वो अखिल भारतीय जाट महासभा के अध्यक्ष भी रहे। अजय सिंह के निधन पर आगरावासियों ने शोक जताया है।