
रिश्ता वही सबसे पवित्र है जो इंसानियत की डोर से बंधा हो। खून के अभाव में किसी का जीवन चला जाना एक परिवार को पूरी तरह तोड़ कर रख देता है। चंद लोगों ने जब करीब से इस त्रासदी को अनुभूत किया तो उनके अंदर की मानवता ने आवाज दी और उन्होंने रक्तदान को ही अपने जीवन का मकसद बना लिया। रक्त देकर सैकड़ों के जिंदगियां बचा कर इन्होंने रिश्तों को नई परिभाषा दी। विश्व रक्तदाता दिवस पर इनके योगदान से रूबरू होना हम सबके लिए एक प्रेरक अनुभव है।
अगर आप भी करने जा रहे हैं ब्लड डोनेट तो इन खास बातों का रखें ध्यान
एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में ही रक्त की कमी से हर साल लगभग 30 लाख लोगों की जान जाती है. जबकि अगर भारत की सिर्फ एक फीसद आबादी रक्तदान करना शुरू कर दे तो भारत में इससे एक भी मौत नहीं होगी.
- एक हफ्ते पहले आपको कोल्ड या फीवर ना रहा हो.
- एंटीबायोटिक का ट्रीटमेंट हो रहा हो, इंसुलिन थेरेपी चल रही हो या फिर कोई मेडिसिन ले रहे हो.
- यदि आपको कार्डियो प्रॉब्लम, हाइपरटेंशन, एपिलेप्सी, डायबिटीज, कैंसर की कोई हिस्ट्री, क्रोनिक किडनी और लीवर डिजीज, ब्लीडिंग टेडेंसी या किसी तरह की सेक्सुअल प्रॉब्लम हो, तो भी आप ब्लड डोनेट नहीं कर सकते.
- पिछले 6 महीनों में कोई मेजर सर्जरी रही हो. पिछले 24 घंटे में किसी तरह की कोई वैक्सीनेशन ली हो.
- पिछले 6 महीने में कोई मिसकैरेज या प्रेग्नेंसी हुई हो. या फिर पिछले एक साल से ब्रेस्टफीडिंग करवा रही हों.
- पिछली बार ब्लड डोनेट करते हुए यदि बेहोश हो गए हों.
- नियमित तौर पर ब्लड प्रोडक्ट्स से ट्रीटमेंट हुआ हो.
- ड्रग एडिक्शन की लत हो या रही हो.
- अलग-अलग पार्टनर्स से सेक्सुअल रिलेशनशिप रहे हो. या फिर अनसेफ सेक्सुअल रिलेशन हो.
एचआईवी पॉजिटिव हो. - 24 से 48 घंटे के भीतर एल्कोहल का सेवन किया हो.